धर्मेंद्र प्रधान : आयु, जीवनी, करियर, राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन

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धर्मेंद्र प्रधान

नाम :धर्मेंद्र प्रधान
जन्म तिथि :26 June 1969
(Age 55 Yr. )

व्यक्तिगत जीवन

शिक्षा एम.ए.
धर्म/संप्रदाय सनातन
राष्ट्रीयता भारतीय
व्यवसाय राजनीतिज्ञ
स्थान तालचेर, ओडिशा, भारत,

शारीरिक संरचना

ऊंचाई 5 फीट 6 इंच
आँखों का रंग काला
बालों का रंग काला

पारिवारिक विवरण

अभिभावक

पिता - देबेंद्र प्रधान (राजनेता)
माता - बसंत मंजरी प्रधान (गृहिणी)

वैवाहिक स्थिति विवाहित
जीवनसाथी

मृदुला प्रधान

बच्चे/शिशु

बेटा- निशांत प्रधान
बेटी- नैमिषा प्रधान

भाई-बहन

भाई- सौमेन्द्र प्रधान

धर्मेंद्र प्रधान भारतीय राजनीति में एक प्रमुख नाम, धर्मेंद्र प्रधान 2021 से संघीय शिक्षा मंत्री के रूप में कार्यरत हैं। इससे पहले, 2021 से 2024 तक उन्होंने कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री के रूप में भारत सरकार में अहम भूमिका निभाई।

धर्मेंद्र प्रधान की शिक्षा यात्रा तालचेर ऑटोनॉमस कॉलेज और उत्कल विश्वविद्यालय से जुड़ी हुई है। उन्होंने भारतीय राजनीति में अपनी पहचान बनाई है और पहले पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री और इस्पात मंत्री के तौर पर भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं।

3 सितंबर 2017 को उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रमोट किया गया, और आज वह राज्यसभा में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उनका राजनीतिक सफर 14वीं लोकसभा से शुरू हुआ, और 2024 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने संबलपुर से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की।

लेकिन उनके जीवन का यह सफर बिना विवाद के नहीं रहा। धर्मेंद्र प्रधान पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत पांच मामले चल रहे हैं, जिनमें एक मामला IPC धारा 153A के तहत है, जो विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने और सद्भावना को नुकसान पहुँचाने का आरोप है।

प्रारंभिक जीवन और राजनीति

धर्मेंद्र प्रधान का जन्म 26 जून 1969 को ओडिशा के तालचेर में हुआ। वे देबेन्द्र प्रधान के बेटे हैं, जो वाजपेयी सरकार में 1999 से 2004 तक राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत रहे।

धर्मेंद्र ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की। तालचेर कॉलेज में पढ़ाई करते हुए वे ABVP के सक्रिय सदस्य बने और बाद में छात्रसंघ अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। 1983 में ABVP के सदस्य के रूप में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले धर्मेंद्र जल्द ही इसके सचिव के रूप में चुन लिए गए। उन्होंने उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर से मानवशास्त्र में पोस्ट-ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त की।

BJP में विभिन्न पदों पर काम करने के बाद, धर्मेंद्र प्रधान 2004 में देवगढ़ से लोकसभा चुनावों में विजयी हुए। इसके बाद उन्होंने राज्यसभा के सदस्य के रूप में बिहार और मध्य प्रदेश से दो-दो बार चुनाव जीते।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री

धर्मेंद्र प्रधान ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2014 में वे राज्य मंत्री (In-charge) के रूप में इस विभाग से जुड़े और 2017 में उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला।

31 मई 2019 को उन्होंने अपनी दूसरी लगातार मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की सफलता का श्रेय धर्मेंद्र प्रधान को जाता है, जिसने लाखों गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किया।

उन्होंने हाइड्रोकार्बन अन्वेषण और लाइसेंसिंग नीति को पेश किया और उपभोक्ता हितों के लिए कई पहलों की शुरुआत की, जैसे PAHAL और Give It Up अभियान।

धर्मेंद्र प्रधान ने भारत के ऊर्जा संक्रमण को बढ़ावा दिया और देश को गैस आधारित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। लगभग 60 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ, उन्होंने शहरों के गैस वितरण नेटवर्क का विस्तार किया।

इस्पात मंत्री

धर्मेंद्र प्रधान ने इस्पात मंत्री के रूप में उत्पादन क्षमता बढ़ाने, द्वितीयक इस्पात क्षेत्र को विकसित करने, रोजगार सृजन और मूल्य वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कई पहलें कीं। उन्होंने 'इस्पाती इरादा' और 'मिशन पूर्वोदय' जैसी क्रांतिकारी योजनाओं की शुरुआत की, जिनसे भारतीय इस्पात उद्योग को नई दिशा मिली और यह क्षेत्र मजबूती से विकसित हुआ।

कौशल विकास मंत्री
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री के रूप में धर्मेंद्र प्रधान ने रिज़किलिंग और अपस्किलिंग पर जोर देते हुए कई प्रमुख पहलें शुरू कीं। उनके प्रयासों से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITIs) की संख्या में 40% से अधिक वृद्धि हुई, और 2019 तक छात्रों का नामांकन 28% बढ़ा। उन्होंने राष्ट्रीय कौशल शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (NCVET) की स्थापना की और स्किल साथी योजना भी शुरू की।

हालाँकि, उनके इन प्रयासों पर आलोचकों ने नौकरी प्लेसमेंट दरों में विसंगतियों और कौशल विकास परियोजनाओं की संक्षिप्त अवधि को लेकर सवाल उठाए।

शिक्षा मंत्री
जुलाई 2021 में, धर्मेंद्र प्रधान ने दूसरी मोदी सरकार में शिक्षा मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। उन्होंने 10 जून 2024 को फिर से यह जिम्मेदारी ग्रहण की।

NEET 2024 परीक्षा में प्रबंधन और भ्रष्टाचार को लेकर उन पर आरोप लगे थे। हालांकि, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने उनके खिलाफ बड़े स्तर पर गड़बड़ी की कोई पुष्टि नहीं की, लेकिन धोखाधड़ी और अनुशासनहीनता के मामलों में 100 से अधिक गिरफ्तारियाँ की गईं। 2024 में, उन्होंने ISRO के पूर्व प्रमुख के. राधाकृष्ण की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया, जिसका उद्देश्य प्रवेश परीक्षा प्रणाली में सुधार लाना था।

राजनीतिक यात्रा

धर्मेंद्र प्रधान का राजनीतिक सफर 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से शुरू हुआ था, जब उन्होंने ABVP में सक्रिय रूप से भाग लिया। इसके बाद, 1995 में वे ABVP के राष्ट्रीय सचिव बने।

ओडिशा विधान सभा में पल्लाहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बनने के बाद, धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में देवगढ़ (ओडिशा) से चुनाव जीते और अपनी राजनीतिक पहचान बनायी।

2014 में, उन्होंने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विभाग का कार्यभार संभाला, और इसके बाद 2017 में उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला।

2017 से 2019 तक, उन्होंने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री के तौर पर काम किया। इसके बाद मई 2019 से जुलाई 2021 तक उन्होंने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री और इस्पात मंत्री के रूप में अहम जिम्मेदारियां निभाईं।

2021 से अब तक, वे शिक्षा मंत्री और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री के रूप में कार्यरत हैं।

धर्मेंद्र प्रधान ने राज्यसभा में मध्य प्रदेश और बिहार से दो बार प्रतिनिधित्व किया, और 2018 से 2024 तक मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया।

उनकी BJP में कई राज्यों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं रही हैं, जैसे कि कर्नाटका और झारखंड के प्रभारी, साथ ही उत्तराखंड और बिहार में भी चुनाव प्रभारी के रूप में कार्य कर चुके हैं।

2010 से 2015 तक, वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रहे और 2007 से 2010 तक उन्होंने छत्तीसगढ़ और ओडिशा में BJP के प्रभारी के रूप में कार्य किया।

उन्होंने उत्तर प्रदेश के BJP प्रभारी के रूप में भी जिम्मेदारी निभाई।

सामान्य प्रश्न

प्रश्न: धर्मेंद्र प्रधान ने किस मंत्रालय में अपनी जिम्मेदारी संभाली है?
उत्तर: धर्मेंद्र प्रधान ने कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों में जिम्मेदारी संभाली है, जिनमें शिक्षा मंत्रालय, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, और इस्पात मंत्रालय शामिल हैं।

प्रश्न: धर्मेंद्र प्रधान की शिक्षा की शुरुआत कहाँ से हुई थी?
उत्तर: धर्मेंद्र प्रधान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा तालचेर कॉलेज से की और फिर उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर से मानवशास्त्र में पोस्ट-ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त की।

प्रश्न: धर्मेंद्र प्रधान ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कहाँ से की थी?
उत्तर: धर्मेंद्र प्रधान ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से 1983 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और बाद में छात्रसंघ अध्यक्ष बने।

प्रश्न: धर्मेंद्र प्रधान ने किस योजना को सफलतापूर्वक लागू किया?
उत्तर: धर्मेंद्र प्रधान ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना को सफलतापूर्वक लागू किया, जिसके अंतर्गत लाखों गरीब परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन प्रदान किए गए।

प्रश्न: धर्मेंद्र प्रधान को कौन से राज्यों में चुनाव प्रभारी के रूप में कार्य करने का अवसर मिला है?
उत्तर: धर्मेंद्र प्रधान को कर्नाटका, झारखंड, उत्तराखंड, और बिहार में चुनाव प्रभारी के रूप में कार्य करने का अवसर मिला है।

Readers : 12 Publish Date : 2025-02-19 02:12:07