आरती देवी : आयु, जीवनी, करियर, राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन

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आरती देवी

नाम :आरती देवी

व्यक्तिगत जीवन

शिक्षा वित्त और विपणन में एमबीए
धर्म/संप्रदाय सनातन
राष्ट्रीयता भारतीय
व्यवसाय राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता
स्थान गंजम, ओडिशा, भारत,

पारिवारिक विवरण

अभिभावक

पिता: भास्कर भुयान

आरती देवी ओडिशा के गंजाम ज़िले के धुंकापाड़ा ग्राम पंचायत से निर्वाचित भारत की सबसे युवा सरपंच हैं।

प्रारंभिक जीवन

आरती देवी का पालन-पोषण ओडिशा के गंजाम ज़िले में हुआ और उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी इसी छोटे से ज़िले से हुई।

आरती देवी के नाना-नानी स्वतंत्रता सेनानी थे और उन्हें समाज सेवा की प्रेरणा अपने इन प्रेरणादायी पूर्वजों से मिली। उन्होंने बेरहामपुर विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक की पढ़ाई की, और इसके बाद सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री प्राप्त की। इसके पश्चात उन्होंने जनसेवा को अपना पूर्णकालिक कार्यक्षेत्र बना लिया।

करियर

आरती देवी ने अपने करियर की शुरुआत एक बैंक में नौकरी से की थी।

वर्ष 2012 में, उन्होंने आईडीबीआई बैंक, बेरहामपुर में इन्वेस्टमेंट ऑफिसर की अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि वे सरपंच बन सकें — जो कि भारत में ग्राम स्तरीय स्थानीय स्वशासन संस्था (पंचायत) का निर्वाचित प्रमुख होता है।

वर्ष 2014 में, उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित एक तीन सप्ताह के अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। यह कार्यक्रम ओबामा सरकार के दौरान अंतरराष्ट्रीय आगंतुक नेतृत्व कार्यक्रम (IVLP) के तहत आयोजित हुआ था। इस कार्यक्रम में उन्हें राज्य और स्थानीय सरकारों के लिए उभरते नेताओं के प्रतिनिधि के रूप में चुना गया और वे इसमें भाग लेने वाली एकमात्र भारतीय थीं। यह कार्यक्रम अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा प्रायोजित था।

इसी वर्ष, 2014 में, उन्हें राजीव गांधी लीडरशिप अवॉर्ड के लिए नामित भी किया गया।

प्रमुख कार्य

आरती देवी ने ग्राम स्तर पर शासन व्यवस्था को सशक्त बनाने और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) को सुव्यवस्थित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने महिलाओं के लिए एक साक्षरता अभियान की शुरुआत की, जिससे वे अंगूठे की जगह हस्ताक्षर करना और स्वयं आवेदन लिखना सीख सकें।

इसके साथ ही, आरती देवी ने अपने गाँव की परंपरागत लोक कला मंडलियों को पुनर्जीवित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे सांस्कृतिक विरासत को नया जीवन मिला।

सामान्य प्रश्न

प्रश्न: आरती देवी कौन हैं?
उत्तर: आरती देवी ओडिशा के गंजाम ज़िले के धुंकापाड़ा ग्राम पंचायत से निर्वाचित भारत की सबसे युवा सरपंच हैं। उन्होंने एक बैंक की नौकरी छोड़कर पूर्णकालिक रूप से जनसेवा को अपना जीवन समर्पित किया।

प्रश्न: आरती देवी की शिक्षा क्या है?
उत्तर: आरती देवी ने बेरहामपुर विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक और सिक्किम मणिपाल विश्वविद्यालय से एमबीए किया है।

प्रश्न: उन्होंने बैंक की नौकरी क्यों छोड़ी?
उत्तर: उन्होंने IDBI बैंक, बेरहामपुर में इन्वेस्टमेंट ऑफिसर की नौकरी छोड़कर 2012 में सरपंच बनने का निर्णय लिया, ताकि वे ग्राम पंचायत स्तर पर बदलाव ला सकें और सीधे समाज के लोगों के साथ जुड़कर काम कर सकें।

प्रश्न: आरती देवी को कौन-कौन से अंतरराष्ट्रीय अवसर और सम्मान मिले हैं?
उत्तर: वर्ष 2014 में उन्हें अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा प्रायोजित IVLP (International Visitors Leadership Program) में भाग लेने के लिए एकमात्र भारतीय के रूप में चुना गया। उसी वर्ष उन्हें राजीव गांधी लीडरशिप अवॉर्ड के लिए नामांकित भी किया गया।

प्रश्न: आरती देवी के प्रमुख सामाजिक कार्य कौन से हैं?
उत्तर: उन्होंने अपने गाँव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) को सुधारने, महिलाओं के लिए साक्षरता अभियान शुरू करने, और लोक कला मंडलियों को पुनर्जीवित करने जैसे कई प्रभावशाली कार्य किए हैं।

Readers : 5 Publish Date : 2025-04-12 02:17:33