वसुन्धरा राजे
वसुन्धरा राजे
(Age 70 Yr. )
व्यक्तिगत जीवन
शिक्षा | अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान स्नातक |
धर्म/संप्रदाय | सनातन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ |
स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत, |
शारीरिक संरचना
ऊंचाई | लगभग 5.4 फ़ीट |
वज़न | लगभग 77 किग्रा |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
पारिवारिक विवरण
अभिभावक | पिता : स्वर्गीय जीवाजीराव सिंधिया |
वैवाहिक स्थिति | Married |
जीवनसाथी | हेमन्त सिंह |
बच्चे/शिशु | पुत्र : दुष्यन्त सिंह |
भाई-बहन | भाई : स्वर्गीय माधवराव सिंधिया |
वसुन्धरा राजे सिंधिया एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं । वह पहले अटल बिहारी वाजपेयी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री थीं और भारत की पहली लघु उद्योग और कृषि और ग्रामीण उद्योग मंत्री थीं , जिन्हें अब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के रूप में जाना जाता है। वह वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्षों में से एक हैं ।
प्रारंभिक जीवन
वसुंधरा राजे सिंह का जन्म 8 मार्च 1953 को बॉम्बे (अब मुंबई) में हुआ था। वह ग्वालियर के महाराजा विजयाराजे सिंधिया -शिंदे और जीवाजीराव सिंधिया -शिंदे की बेटी हैं , जो प्रमुख सिंधिया शाही मराठा परिवार के सदस्य हैं।
राजे ने अपनी स्कूली शिक्षा तमिलनाडु के कोडाइकनाल में प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट स्कूल से पूरी की और बाद में सोफिया कॉलेज फॉर वुमेन , मुंबई से अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की ।
व्यक्तिगत जीवन
वसुन्धरा राजे का जन्म 8 मार्च 1953 को मुम्बई में हुआ। वह भूतपूर्व ग्वालियर राजघराने की पुत्री हैं। उनके पिता का नाम जीवाजीराव सिन्धिया और माँ का नाम विजया राजे सिन्धिया है। वह मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता माधवराव सिंधिया की बहन हैं। उनका विवाह धौलपुर के एक जाट राजघराने में हुआ। उनके पुत्र दुष्यंत सिंह का विवाह निहारिका सिंह के साथ हुआ।
बच्चे
उनका एक बेटा दुष्यन्त सिंह चार बार लोकसभा से सांसद और धौलपुर का युवराज है।
राजनीतिक जीवन
वसुन्धरा राजे ने अपने जीवन का पहला चुनाव सन 1984 मे मध्यप्रदेश के भिडं लोकसभा क्षेत्र से ल था जिसमे उनकी हार हुई। उस वक्त पूरे देश में इंदिरा गांधी की हत्या की वज़ह से काग्रेस के पक्ष मे सहानुभूति लहर चल रही थी और इसी का फायदा उठा काग्रेस के प्रत्याशी कॄष्णा सिंह ने राजे को लगभग 88000 वोट से हरा दिया । राजे को 1984 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया था। इसके बाद 1985-87 के बीच राजे भाजपा युवा मोर्चा राजस्थान की उपाध्यक्ष रहीं। 1987 में वसुंधरा राजे राजस्थान प्रदेश भाजपा की उपाध्यक्ष बनीं। उनकी कार्यक्षमता, विनम्रता और पार्टी के प्रति वफादारी के चलते 1998-1999 में अटलबिहारी वाजपेयी मंत्रिमंडल में राजे को विदेश राज्यमंत्री बनाया गया। वसुंधरा राजे को अक्टूबर 1999 में फिर केंद्रीय मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के तौर पर स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया। भैरोंसिंह शेखावत के उपराष्ट्रपति बनने के बाद उन्हें राजस्थान में भाजपा राज्य इकाई का अध्यक्ष बनी। 2013 में गहलोत सरकार को सता से हटाने के लिए उन्होंने सुराज संकल्प यात्रा निकाली जिसका उन्हे भरपूर समर्थन मिला ओर वह राज्य की दुसरी मुख्यमंत्री बनी| सन 2018 में एक बार फिर वंसुधरा राजे के चुनावी रथ 'राजस्थान गौरव यात्रा' को अमित शाह ने राजसमन्द जिले से रवाना किया जो राजस्थान की 165 विधानसभाओ से गुजरा, लेकिन इस बार वह सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकी
विधायक
- 1985-90 सदस्य, 8वीं राजस्थान विधान सभा धौलपुर से
- 2003-08 सदस्य, 12वीं राजस्थान विधान सभा में झालरापाटन से।
- 2008-13 सदस्य, 13वीं राजस्थान विधान सभा झालरापाटन से।
- 2013 सदस्य, 14वीं राजस्थान विधान सभा झालरापाटन से।
- 2018 सदस्य, 15वीं राजस्थान विधान सभा झालरापाटन से अपने प्रतिद्वंदी मानवेन्द्र सिंह को हराया ।
वसुंधरा राजे दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी है और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की उपाध्यक्ष हैं|
सांसद
- 1989-91 : 9वीं लोक सभा सदस्या झालावाड़ से
- 1991-96 : 10वीं लोक सभा सदस्या
- 1996-98 : 11वीं लोक सभा सदस्या
- 1998-99 : 12वीं लोक सभा सदस्या
- 1999-03 : 13वीं लोक सभा सदस्या
पुस्तक
वसुंधरा राजे के राजनीतिक जीवन पर इतिहासकार विजय नाहर की लिखी पहली पुस्तक वसुंधरा राजे और विकसित राजस्थान प्रभात प्रकाशन, दिल्ली द्वारा प्रकाशित हुई और सर्वप्रथम राज्यपाल कल्याण सिंह को भेंट की गई।