धनंजय यशवंत चंद्रचूड़
धनंजय यशवंत चंद्रचूड़
(Age 64 Yr. )
व्यक्तिगत जीवन
शिक्षा | अर्थशास्त्र ऑनर्स के साथ बीए, एलएलबी, एलएलएम, न्यायिक विज्ञान में डॉक्टरेट |
जाति | देशस्थ ऋग्वेदी ब्राह्मण |
धर्म/संप्रदाय | सनातन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | भारत के मुख्य न्यायाधीश |
स्थान | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत, |
शारीरिक संरचना
ऊंचाई | लगभग 5.7 फ़ीट |
वज़न | लगभग 65 किग्रा |
आँखों का रंग | गहरा भूरा |
बालों का रंग | स्लेटी |
पारिवारिक विवरण
अभिभावक | पिता : यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ (16वें सीजेआई) |
वैवाहिक स्थिति | Married |
जीवनसाथी | रश्मी चंद्रचूड़ (मृत्यु 2007) |
बच्चे/शिशु | बेटियां : माही, प्रियंका |
न्यायमूर्ति डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ वर्तमान में भारत के मुख्य न्यायाधीश हैं, और 9 नवंबर 2022 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के 50 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और मुंबई उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हैं। चंद्रचूड़ 13 मई 2016 को भारत के सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त हुए।
व्यक्तिगत जीवन
इनका जन्म 11 नवंबर 1959 को हुआ था। इनके पिता यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ भारत के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश थे। इनकी माता प्रभा शास्त्रीय संगीतज्ञ हैं।
शिक्षा
आप ने वर्ष 1979 में सेंट स्टीफन कॉलेज नई दिल्ली से अर्थशास्त्र और गणित विषय के साथ स्नातक ( ऑनर्स ) की उपाधि प्राप्त की। ऑनर्स की सूची में दिल्ली विश्वविद्यालय में आप ने सर्वोच्च स्थान पाया। वर्ष 1982 में आप ने दिल्ली विश्वविद्यालय से विधि में स्नातक उपाधि प्राप्त की। वर्ष 1983 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से एल. एल. एम. की उपाधि प्राप्त की। वर्ष 1986 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से न्यायिक विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। वर्ष 2015 में डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ ने एल. एल. डी. की मानद उपाधि दी।
व्यवसाय
चंद्रचूड़ ने बंबई उच्च न्यायालय में वकील के रूप में अभ्यास किया तथा संवैधानिक कानून और सार्वजनिक कानून में विशेष रूचि ली। वर्ष (1998-2000) में चंद्रचूड़ एडिशनल सोलिस्टर जनरल ऑफ इंडिया नियुक्त हुए।
- 29 मार्च 2000 को बम्बई हाई कोर्ट में अतिरिक्त जज नियुयक्त हुए।
- 31 अक्टूबर 2013 को इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद पर आसीन हुए।
- 13 मई 2016 को सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के जज बने।