पंडित प्रदीप मिश्रा
पंडित प्रदीप मिश्रा
(Age 46 Yr. )
व्यक्तिगत जीवन
शिक्षा | स्नातक |
जाति | ब्राह्मण |
धर्म/संप्रदाय | सनातन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | आध्यात्मिक वक्ता (कथावाचक) |
स्थान | सीहोर, मध्य प्रदेश, भारत, |
शारीरिक संरचना
ऊंचाई | लगभग 5.8 फ़ीट |
वज़न | लगभग 80 किग्रा |
आँखों का रंग | भूरा |
बालों का रंग | अर्ध-गंजा (भूरा) |
पारिवारिक विवरण
अभिभावक | पिता : रामेश्वर दयाल मिश्रा |
वैवाहिक स्थिति | Married |
बच्चे/शिशु | पुत्र: माधव मिश्रा और राघव मिश्रा |
भाई-बहन | भाई : विनय मिश्रा और दीपक मिश्रा |
Index
1. जीवन परिचय |
2. शिक्षा |
3. परिवार |
4. कैसे शुरू हुआ सफर |
5. मीडिया में |
6. धार्मिक कार्य |
7. शिव पुराण |
8. रोचक बाते |
पंडित प्रदीप मिश्रा जी एक प्रसिद्ध भजन प्रस्तुतकर्ता और कथाकार हैं जो अपने भजनों के लिए प्रसिद्ध हैं. प्रदीप मिश्रा जी अंतरराष्ट्रीय भक्ति कथाकार होने के साथ-साथ आस्था चैनल में भजन और आरती के प्रस्तुतकर्ता भी हैं. उनके वीडियो यूट्यूब और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आसानी से उपलब्ध हैं जहां से हम उंन्हे फ्री में देख सकते हैं. उनका एक यूट्यूब चैनल भी है जिसका नाम पंडित प्रदीप जी मिश्रा सीहोर वाले है।
जीवन परिचय
पंडित प्रदीप मिश्रा का जन्म सीहोर, मध्य प्रदेश में हुआ था. उन्होंने स्थानीय हाई स्कूल में पढ़ाई की है और वह ग्रेजुएट हैं. पंडित प्रदीप जी मिश्रा के पिता का नाम पंडित श्री रामेश्वर दयाल जी मिश्रा है. उनके 2 भाई भी हैं, जिनके नाम दीपक जी मिश्रा और विनय जी मिश्रा हैं. पंडित श्री प्रदीप जी मिश्रा एक विवाहित व्यक्ति हैं. उनकी मां, पत्नी और बच्चों के बारे में कुछ भी जानकारी उपलब्ध नही है।
शिक्षा
पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपनी शिक्षा की शुरुआत सीहोर में ही की थी। उन्होंने बारहवीं कक्षा के बाद ग्रेजुएशन किया है। फिर इसके बाद वह एक टीचर बन गए थे। उन्होंने कुछ समय तक स्कूल में बच्चों को पढ़ाया है। उसके बाद प्रदीप मिश्रा कथाकार बन गए।
परिवार
पंडित प्रदीप मिश्रा जी का जन्म मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में सन 1980 में हुआ था। उनके पिता रामेश्वर दयाल मिश्रा है। उनके पिताजी अब इस दुनिया में नहीं रहे। पंडितजी की माता का नाम श्रीमति सीता मिश्रा है। पंडित जी दो भाई है जिनका नाम विनय मिश्रा और दीपक मिश्रा है। पंडित जी धर्मपत्नि एक घ्रहणी है। इनके दो पुत्र है, जिनका का नाम राघव मिश्रा तथा माधव मिश्रा है। पंडित जी एक शिक्षक भी रहा चुके है। इनके विद्यार्थी अभी सरकारी नौकरी व अन्य क्षेत्रो में सम्मघ्न है।
कैसे शुरू हुआ सफर
पंडित प्रदीप मिश्रा शिव मंदिर से कथावाचन की शुरुआत शिव मंदिर से किए. इस दौरान वे शिव मंदिर में साफ-सफाई करते थे. पंडित प्रदीप मिश्रा सबसे पहले सीहोर में कथावाचक के रूप में मंच संभाला. वे अपने कार्यक्रम के दौरान कहते हैं- 'एक लोटा जल समस्या का हल'. साथ ही वे अपने कथा के दौरान लोगों को समस्याओं से निजात पाने के लिए पूजा उपाय बताने लगे. यहीं से उनकी प्रसिद्धि बढ़नी शुरू हुई और लोग प्रदीप मिश्रा के कथा सुनने लगे. अपने कथा और उपायों के चलते पंडित प्रदीप मिश्रा फेमस हो गए. आज के समय में इनके सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक, यूट्यूब पर लाखों फालोअर्स हैं.
मीडिया में
वैसे तो कथावाचक प्रदीप मिश्रा अपने कथा उपायों के चलते सुर्खियों में बने रहते हैं. हालही में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें पंडित प्रदीप मिश्रा ने उपाय बताते हुए दावा किया था कि यदि कोई बच्चा परीक्षा देने जा रहा है तो वे 'घर से निकलने से पहले पहले एक काली मिर्ची भगवान शिव को समर्पित कर दें और एक काली मिर्ची घर की चौखट पर रख दें. इसके बाद अगर आप अपना उल्टा पांव रखकर 'श्री शिवाय नमस्तुभ्यं' कहकर निकलेगा तो वे परीक्षा में कभी फेल नहीं होगा' इस वीडियो पर पंडित प्रदीप मिश्रा को खूब प्यार और समर्थन मिला.
धार्मिक कार्य
पंडित प्रदीप मिश्रा एक हिंदू कथावाचक है वह हमेशा हिंदू धर्म से जुड़े हुए हैं उन पहलुओं पर अच्छा खासा वक्तव्य देते हैं ।
जिसे सुनने के बाद हर व्यक्ति जो हिंदू धर्म का अनुसरण करता है उसे अपने धर्म के प्रति निष्ठावान और समर्पित होने का जो मनोभाव है उसके हृदय में जागता है।
इसके अलावा धर्म से जुड़े अहम पहलुओं पर अपना विचार भी रखते हैं जिसे अगर आप अपने जीवन में अपना लेते हैं तो आप हमेशा खुश और posstive रहेंगे।
शिव पुराण
पंडित प्रदीप मिश्रा जी के शिवपुराण को श्रद्धालुओं के द्वारा बहुत पसंद किया जाता है। कहा जाता है कि जब महाराज जी ने कथावचन करना शुरू किया था। तब वे नानिमाकमायरा और श्रीमतभागवत का पाठ करते थे। तत्पश्चात श्रद्धालुओं के कहने पर उन्होंने शिव पुराण का भी वाचन करना शुरू किया।
लोग द्वारा उनके शिव पुराण को बहुत ही पसंद आनी लगी भक्तजन महाराज जी के शिव पुराण को ही ज्यादा तर सुनना पसंद करते थे, हालाकि वे नानिमाकमायरा और श्रीमतभागवत का भी पाठ करते थे परंतु वे शिवपुराण का ज्यादा पाठ करते थे। शिवपुराण के अनेकों गहरे रहस्यों को पंडित जी ने उजागर किया। और शिव के प्रति करोड़ों लोगो के मन में भाव उत्पन्न किया।
रोचक बाते
- पंडित प्रदीप मिश्रा की सबसे बड़ी रोचक बात यह है कि यह अपने प्रवचन में शिवपुराण की कथा सबसे ज्यादा करते हैं।
- इनकी और सबसे बड़ी रोचक बात यह है कि आज के समय में इनकी कथा आपको हर घर में सुनने को मिलेगी और मोबाइल पर तो यूट्यूब के माध्यम से पंडित जी हर तरफ छा गए हैं।
- आज के समय में इनकी और सबसे बड़ी रोचक बात यह है कि बुजुर्ग लोग इनकी कथा सुनते ही हैं साथ में भारत के युवा भी इनकी कथा काफी ज्यादा सुनने लगे हैं।
- पंडित प्रदीप मिश्रा की और रोचक बात करें तो यह शिवपुराण की कथा करने के साथ लोगों को बहुत से टोटके भी बताते हैं जिससे लोगों की परेशानी दूर हो जाती है।
- इनकी सबसे बड़ी रोचक बात यह है कि आज के समय में यह युवाओं का उत्साह बढ़ाने का भी काम करते हैं और प्रेरणादायक कहानी भी सुनाते हैं इसी कारण इसकी पापुलैरिटी लगातार बढ़ती जा रही है।
- श्री पंडित प्रदीप मिश्रा की और रोचक बात यह है कि यह अपनी ज्यादातर कमाई का हिस्सा दान में दे देते हैं जिससे दीन दुखों का भला हो जाता है।
- सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की और सबसे बड़ी रोचक बात की बात करें तो आज के समय में इनकी पापुलैरिटी लगातार बढ़ती जा रही है जिससे इनके सोशल मीडिया में भी फॉलोअर्स तेजी से बढ़ते जा रहे हैं।
- पंडित मिश्रा जी को आज के समय में बहुत से लोग सीहोर वाले के नाम से भी जानते हैं क्योकि इनका जन्म मध्यप्रदेश के सीहोर जिले मे हुआ है ।