सुब्रत रॉय
सुब्रत रॉय
(Age 75 Yr. )
व्यक्तिगत जीवन
शिक्षा | मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक |
धर्म/संप्रदाय | सनातन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | उद्योगपति |
स्थान | अररिया, बिहार, भारत, |
शारीरिक संरचना
ऊंचाई | लगभग 5.10 फ़ीट |
वज़न | लगभग 75 किग्रा |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
पारिवारिक विवरण
अभिभावक | पिता : स्वर्गीय श्री सुधीर चंद्र रॉय |
वैवाहिक स्थिति | Married |
जीवनसाथी | स्वप्ना रॉय |
बच्चे/शिशु | पुत्र : सुशांत रॉय, सीमांतो रॉय |
सुब्रत रॉय सहारा भारत के एक व्यवसायी तथा सहारा इण्डिया परिवार के संस्थापक, प्रबंध निदेशक एवं अध्यक्ष हैं। वे 'सहाराश्री' के नाम से भी जाने जाते हैं। इण्डिया टुडे ने उनका नाम भारत के दस सर्वाधिक शक्तिसम्पन्न लोगों में शामिल किया था। उन्होने सन् 1978 में सहारा इण्डिया परिवार की स्थापना की। सन् 2004 में टाइम पत्रिका ने सहारा समूह को भारतीय रेल के बाद दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता बताया था। वे पुणे वॉरियर्स इंडिया, ग्रॉसवेनर हाउस, एमबी वैली सिटी, प्लाजा होटल, ड्रीम डाउनटाउन होटल के मालिक हैं।सहारा श्री एक बंगाली परिवार से सम्बंध रखते है।
प्रारंभिक जीवन
रॉय का जन्म 10 जून 1948 को बिहार के अररिया जिले सुधीर चन्द्र रॉय /छबि रॉय के घर हुआ था। पश्चिम बंगाल से उनका मूल निवास है | उन्होंने कोलकाता के होली चाइल्ड स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद राजकीय तकनीकी संस्थान गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। उन्होने 1978 में गोरखपुर से अपना व्यवसाय प्रारंभ किया। संप्रति उनका निवास लखनऊ में है।
व्यावसायिक जीवन
रॉय ने 1978 में गोरखपुर में सहारा इंडिया परिवार की स्थापना की, जिसके वे प्रबंध कार्यकर्ता (प्रबंध निदेशक) और चेयरमैन हैं। यह भारत की एक बहु-व्यापारिक कंपनी है, जिसके कार्य वित्तीय सेवाओं, गृहनिर्माण वित्त (हाउसिंग फाइनेंस), म्युचुअल फंडों, जीवन बीमा, नगर-विकास, रीयल-इस्टेट, अखबार एवं टेलीविजन, फिल्म-निर्माण, खेल, सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, पर्यटन, उपभोक्ता सामग्री सहित अनेकों क्षेत्रों में फैला हुआ है। वर्तमान में वे आई पी एल की फ्रेंचाईजी पुणे वॉरियर्स इंडिया, लंदन के ग्रॉसवेनर हाउस,मुंबई के लोनावाला में स्थित एमबी वैली सिटी तथा न्यूयार्क के प्लाजा होटल, ड्रीम डाउनटाउन होटल के मालिक भी हैं।
रॉय द्वारा संचालित सहारा समूह के पास 30 जून-19 तक 2,82,224 करोड़ रूपये की परिसंपत्तियां हैं।
व्यवसाय दर्शन
रॉय ने अपने व्यवसाय की प्रगति हेतु "सामूहिक भौतिकवाद" का दर्शन दिया,जिसका अभिप्राय है "सामूहिक प्रगति और उन्नति, समूहिक देखरेख में।"
कृतियाँ
- "शांति, सुख: संतुष्टि" 1994, मन की शांति और खुश रहने से संबंधित टिप्पणियाँ और निबंध।
- “मान, सम्मान-आत्मसम्मान”
सम्मान/पुरस्कार
- डॉक्टरेट की मानद उपाधि (2013,यूनिर्वसिटी ऑफ़ ईस्ट लंडन)
- दि बिजनेस आइकॉन ऑफ दि ईयर (2011,लंदन)
- डी लिट की मानद उपाधि (2011,ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय,दरभंगा)
- 2012 में इंडिया टुडे के द्वारा भारत के दस सबसे प्रभावशाली व्यवसायियों में शुमार।
- 2004 में टाइम पत्रिका (अँग्रेजी) द्वारा "भारतीय रेलवे के बाद भारत में दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता" के रूप में नामांकित।
- इसके अलावा उन्हें "आई टी ए-टी वी आइकॉन ऑफ दि ईयर" (2007),"ग्लोबल लीडरशिप अवार्ड" (2004), "बिजनेस ऑफ दि ईयर अवार्ड" (2002),"विशिष्ट राष्ट्रीय उड़ान सम्मान" (2010), "वोकेशनल अवार्ड फॉर एक्स्क्लेंस" (द्वारा रोटरी इन्टरनेशनल,2010), "कर्मवीर सम्मान" (1994), "बाबा-ए-रोजगार अवार्ड" (1992), "उद्यम श्री" (1994), "दि नेशनल सिटीजन अवार्ड" (2001) और "इंडियन टेलीविज़न अकादमी अवार्ड"(2013)