अशोक खेमका

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अशोक खेमका

नाम :अशोक खेमका
जन्म तिथि :30 April 1965
(Age 58 Yr. )

व्यक्तिगत जीवन

शिक्षा पीएच.डी. (कंप्यूटर विज्ञान); बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में परास्नातक (एमबीए); कला में परास्नातक (एमए अर्थशास्त्र)
जाति वैश्य (मारवाड़ी)
धर्म/संप्रदाय सनातन
राष्ट्रीयता भारतीय
व्यवसाय लोक सेवा (आईएएस)
स्थान कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत,

शारीरिक संरचना

ऊंचाई लगभग 5.8 फ़ीट
वज़न लगभग 75 किग्रा
आँखों का रंग काला
बालों का रंग काला

पारिवारिक विवरण

अभिभावक

पिता : शंकर लाल खेमका

वैवाहिक स्थिति Married
जीवनसाथी

ज्योति खेमका

बच्चे/शिशु

पुत्र : गणेश और श्रीनाथ खेमका

अशोक खेमका भारत के हरियाणा राज्य में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हैं। वह 1991 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं । उन्हें सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के गुड़गांव में अवैध भूमि सौदे के दाखिल खारिज को रद्द करने के लिए जाना जाता है । जनवरी 2023 तक, जिन विभागों में वह तैनात थे , उनमें भ्रष्टाचार उजागर करने के बाद राज्य सरकारों द्वारा उन्हें 30 वर्षों में 55 बार स्थानांतरित किया गया है। वह एक व्हिसलब्लोअर हैं भूपिंदर हुडा के शासनकाल में हुए कई घोटालों में रॉबर्ट वाड्रा डीएलएफ भूमि हड़प घोटाला , सोनीपत-खरखौदा आईएमटी भूमि घोटाला मामला और गढ़ी सांपला उद्दार गगन भूमि घोटाला शामिल हैं । एक अन्य सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी प्रदीप कासनी के बाद अशोक खेमका हरियाणा के दूसरे सबसे अधिक स्थानांतरित नौकरशाह हैं, जिनका 35 वर्षों में 71 बार स्थानांतरण किया गया था।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

अशोक खेमका का जन्म भारत के पूर्वोत्तर राज्य बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ था। उन्होंने 1988 में प्रौद्योगिकी खड़गपुर के भारतीय संस्थान से स्नातक और टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान,मुंबई से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी और एमबीए किया हुआ है।

कार्य

वह 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उनके द्वारा विभागों में भ्रष्टाचार उजागर किए जाने के बाद वह बार बार हरियाणा के अपने गृह कैडर में विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा स्थानांतरित किये गये हैं। खेमका 27 साल में 53 बार स्थानांतरित हुए हैं।

बंसीलाल के नेतृत्व वाली हरियाणा विकास पार्टी की सरकार के दौरान डॉ॰ खेमका का कई बार तबादले हुए। ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली इनलो की सरकार के दौरान डॉ॰ खेमका का पांच साल में नौ बार तबादला हुआ और निदेशक के रूप में श्रम एवं रोजगार रोजगार एवं प्रशिक्षण विभाग में 15 महीनों का कार्यकाल पूरा किया जो कि सेवा के 21 वर्षों के दौरान अपने सबसे लंबा समय है। भूपेंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार के दौरान डॉ॰ खेमका का कई बार तबादले हुए | हर बार खेमका ने अपने तबादले को ले कर मिडिया में सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की।  

मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार के दौरान डॉ॰ खेमका का कई बार तबादले हुए 2017 नवम्बर में अशोक खेमका 26 वर्षों की जॉब में 51 बार तबादला हुआ है यह तबादला भाजपा सरकार के शाशन काल में 6 या 7 बार हो रहा है। अब की बार इन्हें इनके सबसे बड़े हितैषी अनिल विज के विभाग में किया गया है।

मौत की धमकी

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच संदिग्ध भूमि सौदों पर राज्य सरकार कार्यवाही करने वाले श्री खेमका को मौत की धमकी तक प्राप्त हुई। यह शिकायत HSDC मुख्य प्रबंधक के.आर.शर्मा ने पंचकूला पुलिस के पास दर्ज कराई।

विवाद

खेमका हाल ही में हरियाणा के महानिदेशक भूमि और भूमि पंजीकरण के रिकार्ड व महानिरीक्षक थे। विभाग में अपने 80 दिन के कार्यकाल के दौरान, खेमका ने नव निर्मित रियल एस्टेट कंपनियों के लिए रुपयों की कई सौ करोड़ रुपये मूल्य की पंचायत भूमि के हस्तांतरण को शामिल भूमि लेनदेन में गंभीर अनियमितताओं का पता लगाया था।

पुरस्कार

'भ्रष्टाचार के खिलाफ धर्मयुद्ध' के लिए - '2011 एसआर जिंदल पुरस्कार' से सम्मानित किया। उच्च पदों पर भ्रष्टाचार को उजागर करने में उनकी निडर प्रयासों के लिए श्री संजीव चतुर्वेदी के साथ 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिला।

Readers : 61 Publish Date : 2023-10-03 04:23:12