मुरली मनोहर जोशी
मुरली मनोहर जोशी
(Age 89 Yr. )
व्यक्तिगत जीवन
शिक्षा | स्पेक्ट्रोस्कोपी में मास्टर ऑफ साइंस, पीएचडी |
धर्म/संप्रदाय | सनातन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | भारतीय राजनीतिज्ञ |
स्थान | नैनीताल, उत्तराखण्ड, भारत, |
शारीरिक संरचना
ऊंचाई | लगभग 5.6 फ़ीट |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | स्लेटी |
पारिवारिक विवरण
अभिभावक | पिता : स्वर्गीय मनमोहन जोशी |
वैवाहिक स्थिति | Married |
जीवनसाथी | तरला जोशी |
बच्चे/शिशु | बेटियां : निवेदिता जोशी, प्रियंवदा जोशी |
Index
1. जीवनी |
2. पुरस्कार |
डॉ॰ मुरली मनोहर जोशी, भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के शासनकाल में वे भारत के मानव संसाधन विकास मंत्री थे।
जीवनी
मुरली मनोहर जोशी जी का जन्म ५ जनवरी सन् १९३४ को दिल्ली में हुआ था। उनका पैतृक निवास-स्थान वर्तमान उत्तराखण्ड के कुमायूँ क्षेत्र में है। उन्होंने अपना एम॰एस॰सी॰ इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया जहाँ प्राध्यापक राजेन्द्र सिंह उनके एक शिक्षक थे। यहीं से उन्होंने अपनी डॉक्टोरेट की उपाधि भी अर्जित की। उनका शोधपत्र स्पेक्ट्रोस्कोपी पर था। अपना शोधपत्र हिन्दी भाषा में प्रस्तुत करने वाले वे प्रथम शोधार्थी हैं। बाद में वे राष्ट्रीय राजनीति में आ गये।
२०१४ के लोकसभा चुनाव में वे उत्तर प्रदेश के कानपुर से सांसद हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता और पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी का जन्म 5 जनवरी 1934 को नैनीताल में हुआ।
उन्होंने अपनी स्नातक डिग्री मेरठ कॉलेज तथा स्नातकोत्तर डिग्री इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से प्राप्त की। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ही उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि भी प्राप्त की, उन्होंने भौतिकी में शोध कार्य किया और इस शोध कार्य को हिंदी में प्रकाशित किया।
अपनी युवावस्था में डॉ॰ जोशी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए और गौ रक्षा संबंधी आंदोलनों में भागीदारी की।
1980 में डॉ. जोशी ने भारतीय जनता पार्टी की स्थापना में अपना सहयोग दिया और इसके अध्यक्ष बनें।
डॉ. जोशी तीन बार इलाहाबाद के विधायक रहे। और इसके बाद 2004 के लोकसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 15वीं लोकसभा में उन्होंने वाराणसी से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की।
1996 में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार 13 दिनों के लिए बनी थी, उस दौरान डॉ॰ जोशी ने गृह मंत्री का पदभार संभाला था। 15वीं लोकसभा के कार्यकाल में 1 मई 2010 को उन्हें लोक लेखांकन समिति का अध्यक्ष बनाया गया।
पुरस्कार
पद्म विभूषण (2017)