विनोद खन्ना
विनोद खन्ना
(Age 70 Yr. )
व्यक्तिगत जीवन
शिक्षा | वाणिज्य में डिग्री |
धर्म/संप्रदाय | सनातन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | अभिनेता, निर्माता, राजनीतिज्ञ |
स्थान | पेशावर, उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत, ब्रिटिश भारत, |
शारीरिक संरचना
ऊंचाई | लगभग 5.10 फ़ीट |
वज़न | लगभग 88 किग्रा |
आँखों का रंग | गहरा भूरा |
बालों का रंग | स्लेटी |
पारिवारिक विवरण
अभिभावक | पिता : किशनचंद खन्ना |
वैवाहिक स्थिति | Married |
जीवनसाथी | गीतांजलि (मृत्यु 1971-1985), कविता दफ्तरी, व्यवसायी महिला |
बच्चे/शिशु | बेटे : राहुल खन्ना, अक्षय खन्ना, |
भाई-बहन | भाई : प्रमोद खन्ना |
पसंद
रंग | काला |
अभिनेता | दिलीप कुमार, मार्लन ब्रैंडो |
विनोद खन्ना हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे जिनका जन्म पेशावर (ब्रितानी भारत) में हुआ था जबकि इनका लम्बे समय से कैंसर से पीड़ित रहने की वजह से २७ अप्रैल २०१७ को मुम्बई के एच एन रिलायंस अस्पताल में निधन हो गया।
जीवन
विनोद खन्ना का जन्म एक व्यापारिक परिवार में ०६ अक्टूबर १९४६ को पेशावर ,ब्रितानी भारत (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था। उनका परिवार अगले साल १९४७ में हुए भारत-पाक विभाजन के बाद पेशावर से मुंबई आ गया था। उनके माता-पिता का नाम क्रमशः कमला और किशनचंद खन्ना था। १९६० के बाद की उनकी स्कूली शिक्षा नासिक के एक बोर्डिंग स्कूल में हुई वहीं उन्होंने सिद्धेहम कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक किया था।
इनके तीन पुत्र और एक पुत्री है,जिसमें अक्षय खन्ना और राहुल खन्ना जो कि दोनों फ़िल्म अभिनेता है। २७ अप्रैल २०१७ को लम्बे समय से कैंसर से पीड़ित रहने के कारण मुम्बई के एच एन रिलायंस अस्पताल में निधन हो गया।
कैरियर
फिल्मी सफर
उन्होंने अपने फ़िल्मी सफर की शुरूआत १९६८ में आयी फ़िल्म "मन का मीत" से की,जिसमें उन्होंने एक खलनायक(गद्दार) का अभिनय किया था। कई फ़िल्मों में उल्लेखनीय सहायक और खलनायक के किरदार निभाने के बाद १९७१ में उनकी पहली एकल हीरो वाली फ़िल्म हम तुम और वो आयी। कुछ वर्ष के फ़िल्मी संन्यास, जिसके दौरान वे आचार्य रजनीश के अनुयायी बन गए थे। बाद में उन्होंने अपनी दूसरी फ़िल्मी पारी भी सफलतापूर्वक खेली(किरदार निभाया) और २०१७ तक फ़िल्मों में सक्रिय रहे।
राजनैतिक कैरियर
वर्ष १९९७ और १९९९ में वे दो बार पंजाब के गुरदासपुर क्षेत्र से भाजपा की ओर से सांसद चुने गए थे। जबकि २००२ में वे संस्कृति और पर्यटन के केन्द्रिय मंत्री भी रहे। इसके बाद सिर्फ ६ माह पश्चात ही उनको अति महत्वपूर्ण विदेश मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री बना दिया गया था।
प्रमुख फिल्में
वर्ष | फ़िल्म | चरित्र | टिप्पणी |
---|---|---|---|
2007 | रिस्क | ||
2007 | चूड़ियाँ | ||
2005 | पहचान | वकील दीपक खन्ना | |
2002 | लीला | ||
2002 | क्रांति | ||
2001 | दीवानापन | रणवीर चौधरी | |
1997 | हिमालय पुत्र | ए सी पी सूरज खन्ना | |
1997 | ढाल | इंस्पेक्टर वरुण सक्सेना | |
1997 | दस | ||
1996 | मुकदमा | कप्तान अजीत सिंह | |
1995 | हलचल | ए सी पी सिद्धान्त | |
1995 | जनम कुंडली | ||
1994 | ईना मीना डीका | डीका | |
1994 | प्यार का रोग | ||
1994 | इक्का राजा रानी | ||
1993 | क्षत्रिय | ||
1993 | इंसानियत के देवता | बलबीर | |
1992 | निश्चय | रवि यादव | |
1992 | परंपरा | ठाकुर पृथ्वी सिंह | |
1992 | हमशक्ल | ||
1992 | पुलिस और मुज़रिम | डी विशाल खन्ना | |
1992 | वक्त का बादशाह | ||
1991 | खून का कर्ज़ | करन | |
1991 | धर्म संकट | बिरजू | |
1991 | फरिश्ते | ||
1990 | मुकद्दर का बादशाह | ||
1990 | लेकिन | ||
1990 | ज़ुर्म | ||
1990 | पत्थर के इंसान | अर्जुन | |
1990 | सीआईडी | इंस्पेक्टर वीर | |
1990 | महासंग्राम | ||
1989 | चाँदनी | ललित खन्ना | |
1989 | बटवारा | विक्रम सिंह | |
1989 | सूर्या | सूरज सिंह | |
1989 | उस्ताद | ||
1989 | महादेव | अर्जुन सिंह | |
1988 | आखिरी अदालत | इंस्पेक्टर अमर कौशल | |
1988 | रिहाई | अमरजी | |
1988 | फ़ैसला | बिरजू | |
1988 | दयावान | ||
1987 | इंसाफ | ||
1985 | सत्यमेव जयते | इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह | |
1983 | दौलत के दुश्मन | विनोद | |
1982 | इंसान | ||
1982 | राजपूत | भानू | |
1982 | ताकत | ||
1982 | राज महल | ||
1982 | दौलत | ||
1981 | खुदा कसम | सुमेर सिंह | |
1981 | एक और एक ग्यारह | ||
1981 | जय यात्रा | राजू वर्मा | |
1981 | कुदरत | ||
1980 | गरम खून | ||
1980 | बॉम्बे 405 मील | ||
1980 | कुर्बानी | अमर | |
1980 | ज़ालिम | ||
1980 | द बर्निंग ट्रेन | विनोद वर्मा | |
1979 | सरकारी मेहमान | आनन्द | |
1979 | लहू के दो रंग | ||
1979 | दो शिकारी | सतीश | |
1979 | मीरा | राणा भोजराज सेसोडिया | |
1979 | युवराज | ||
1978 | खून की पुकार | ||
1978 | खून का बदला खून | ||
1978 | मैं तुलसी तेरे आँगन की | अजय चौहान | |
1978 | आखिरी डाकू | ||
1978 | डाकू और जवान | ||
1978 | मुकद्दर का सिकन्दर | विशाल आनन्द | |
1977 | हत्यारा | विजय सिंह | |
1977 | आप की खातिर | सागर | |
1977 | इंकार | ||
1977 | अमर अकबर एन्थोनी | अमर | |
1977 | खून पसीना | ||
1977 | परवरिश | किशन | |
1977 | जलियाँ वाला बाग़ | ||
1977 | आधा दिन आधी रात | ||
1977 | महा बदमाश | ||
1977 | चोर सिपाही | ||
1976 | शक | विनोद जोशी | |
1976 | शंकर शंभु | ||
1976 | हेरा फेरी | ||
1976 | नेहले पे देहला | ||
1976 | लगाम | ||
1975 | ज़मीर | ||
1975 | सेवक | ||
1975 | प्रेम कहानी | ||
1975 | कैद | वकील जय सक्सेना | |
1974 | हाथ की सफाई | शंकर कुमार | |
1974 | इम्तहान | प्रमोद शर्मा | |
1974 | पत्थर और पायल | ||
1974 | चौकीदार | गोपाल | |
1974 | फ़रेबी | ||
1974 | कुँवारा बाप | ||
1973 | अचानक | मेजर रंजीत खन्ना | |
1973 | कच्चे धागे | ||
1973 | पाँच दुश्मन | ||
1973 | प्यार का रिश्ता | ||
1973 | अनोखी अदा | गोपाल | |
1973 | धमकी | ||
1973 | गद्दार | ||
1972 | दो यार | ||
1972 | सब का साथी | ||
1972 | परिचय | ||
1972 | एक खिलाड़ी बावन पत्ते | ||
1972 | एक हसीना दो दीवाने | ||
1972 | एक बेचारा | ||
1972 | परछाइयाँ | ||
1971 | दोस्त और दुश्मन | ||
1971 | एलान | राम सिंह | |
1971 | मेरे अपने | श्याम | |
1971 | मेमसाब | अर्जुन | |
1971 | हंगामा | ||
1971 | मेरा गाँव मेरा देश | जब्बार सिंह | |
1971 | रेशमा और शेरा | विजय सिंह | |
1971 | रखवाला | श्याम | |
1971 | प्रीतम | अनिल ठाकुर | |
1971 | जाने अनजाने | पुलिस इंस्पेक्टर हेमंत | |
1971 | हम तुम और वो | विजय | |
1970 | पूरब और पश्चिम | ||
1970 | सच्चा झूठा | इंस्पेक्टर प्रधान | |
1970 | आन मिलो सजना | अनिल चौधरी | |
1970 | मस्ताना | इंस्पेक्टर प्रसाद | |
1969 | नतीजा | ||
1968 | मन का मीत |
बतौर निर्माता
वर्ष | फ़िल्म | टिप्पणी |
---|---|---|
1997 | हिमालय पुत्र |
नामांकन और पुरस्कार
1999 में उनको फ़िल्मों में उनके 30 वर्ष से भी ज्यादा समय के योगदान के लिए फिल्मफेयर के लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित भी किया गया। 2018 में उन्हें मरणोपरांत भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च पुरस्कार, दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।