विजय माल्या

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विजय माल्या

नाम :विजय विट्ठल माल्या
जन्म तिथि :18 December 1955
(Age 67 Yr. )

व्यक्तिगत जीवन

शिक्षा बी.कॉम. (ऑनर्स)
धर्म/संप्रदाय सनातन
राष्ट्रीयता भारतीय
व्यवसाय व्यवसायी, राजनीतिज्ञ
स्थान मंगलुरु, कर्नाटक, भारत,

शारीरिक संरचना

ऊंचाई लगभग 5.9 फ़ीट
वज़न लगभग 85 किग्रा
शारीरिक माप सीना: 43 इंच - कमर: 32 इंच - बाइसेप्स: 16 इंच
आँखों का रंग हेज़ल
बालों का रंग स्लेटी

पारिवारिक विवरण

अभिभावक

पिता : विट्ठल माल्या
माता : ललिता रमैया (जैविक माँ), रितु माल्या (सौतेली माँ)

वैवाहिक स्थिति Married
जीवनसाथी

पहली पत्नी : समीरा तैयबजी माल्या (विवाह 1986-1987)
दूसरी पत्नी : रेखा माल्या (विवाह 1993-वर्तमान)

बच्चे/शिशु

पुत्र : सिद्धार्थ माल्या (पहली पत्नी से पुत्र)
पुत्रियाँ : लीनना माल्या, तान्या माल्या, लीला माल्या (सौतेली बेटी)

पसंद

रंग लाल
भोजन केन रवा, (रवा बैटर में केन मछली), कोरी गस्सी, अप्पम, सन्नस, मिष्टी दोई, केकड़े

विजय माल्या एक भारतीय व्यापारी और राज्यसभा के पूर्व सदस्य हैं। वे उद्योगपति विट्ठल माल्या के पुत्र हैं तथा यूबी समूह और किंगफिशर एयरलाइंस के अध्यक्ष हैं। वर्ष 2008 में लगभग ₹72 अरब रुपये के सम्पत्ति के साथ यह विश्व के 962वें सबसे धनी लोगों में शामिल हुए। इसी समय इनका भारत में सबसे धनी लोगों में 42वां स्थान था। आजकल भारत सरकार ने विभिन्न भारतीय बैंको के 9000 करोड हड़पकर भाग जाने के कारण विजय माल्या को भगोड़ा घोषित किया है। अभी वे ब्रिटेन में हैं और भारत सरकार उनको भारत सरकार उनका प्रत्यर्पण कराकर भारत लाने की भरपूर कोशिश कर रही है।

निजी जीवन

1986 में इनकी मुलाकात एयर इंडिया की एयर होस्टेस, समीरा त्याबजी से हुई। इसके बाद उन दोनों ने शादी कर ली और उनका 7 मई 1987 को एक बच्चे, सिद्धार्थ माल्या का जन्म हुआ। इसके कुछ ही समय बाद दोनों का तलाक हो गया, लेकिन माल्या ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि उनका और उनकी पत्नी का रिश्ता काफी अच्छा था। जून 1993 में माल्या ने रेखा के साथ दूसरी शादी कर ली। वे दोनों एक दूसरे को बचपन से जानते थे और इन दोनों के दो बच्चे भी हुए, जिनका नाम लेयन्ना और तान्या है। रेखा के पिछले शादी से भी दो बच्चे थे, जिनका नाम लैला और कबीर है। विजय माल्या ने रेखा की बेटी लैला को गोद ले लिया और कहा कि वे एक पिता के रूप में उसके भविष्य के लिए अच्छी तरह अपनी ज़िम्मेदारी निभाएंगे, पर साथ ही उन्होंने कहा कि “मैं अपने से ही देखभाल करने वाला पिता नहीं हूँ, मैं कुछ अच्छे जानकार लोगों को देखभाल के लिए रखूँगा, जो बच्चे का अच्छे से ख्याल रख सकें।”

व्यापार

1983 में जब माल्या 28 साल के थे, तब उनके पिता की मौत हो गई। उनके बाद उनके पिता के कारोबार को संभालने की जिम्मेदारी उन्हीं के ऊपर आ गई और उसके बाद वे "यूनाइटेड ब्रेवरिस समूह" के अध्यक्ष बन गए। तब से अब तक यह समूह 60 से भी अधिक कंपनियों के साथ एक बहुराष्ट्रीय संगठन के रूप में उभरा है। पिछले 15 वर्षों में इनका वार्षिक कारोबार 15% से 64% तक बढ़ गया और 1998-1999 में $11 बिलियन अमेरिकी डॉलर, भारतीय मुद्रा में लगभग ₹60,000 करोड़ रुपये हो गया। इन्होंने कई सारी कंपनियों को "यूबी समूह" नाम के एक समूह के भीतर जोड़ दिया और कुछ घाटे वाले कंपनियों को बंद कर दिया। इसके बाद इन्होंने अपना ध्यान शराब के कारोबार में दिया। इन्होंने कई वर्षों में कई सारी कंपनियों को खरीदा, जिसमें 1988 में क्रोम्प्टोन, बेस्ट, बर्जर पैंट्स, 1990 में मंगलोर केमिकल एंड फर्टिलाइजर आदि शामिल हैं।

एसोसिएशन के साथ खेल

फॉर्मूला १

भारतीय सेना

माल्या Force India (Force India) के F 1 (F1) रेसिंग टीम के (पहले स्पायकर) सह - मालिक हैं। माल्या और नीदरलैंड के मोल परिवार ने ८८ करोड़ यूरो में स्पायकर F1 (Spyker F1) टीम ख़रीदा.दल ने इसका नाम 2008 से फोर्स इंडिया F1 (Force India F1) रख दिया.

भारतीय ग्रैंड प्रिक्स

माल्या ने भी भारत में एक फार्मूला 1 की दौड़ करवाने में दिलचस्पी दिखाई है (Indian Grand Prix) नई दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा लक्ष्य है, ट्रैक डिजाइनर हर्मन तिलके (Hermann Tilke), F1 बॉस बरनी एक्लेस्टोन (Bernie Ecclestone), और दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित (Sheila Dixit).F1 ट्रैक डिजाइनर हर्मन तिलके (Hermann Tilke) ने एक खाका मोनाको की सड़क दौड़ की तरह नई दिल्ली में तैयार की है पहली भारतीय F1 दौड़ 2009 - 2010 में होने की योजना है। तिलके ने पहले भी तुर्की, शंघाई, बहरीन और मलेशिया में F1 की पटरियां तैयार की हैं। इस दौड़ की स्थापना की लागत कम से कम 100 मिलियन डॉलर है यह कार रेसिंग के लिए एक नए ट्रैक को बनने की तुलना में कम है तिलक कारों को इंडिया गेट और राजेंद्र प्रसाद रोड (Rajendra Prasad Rd) के नीचे चारो ओर दौड़ना चाहतें है।

फुटबॉल

माल्या की युनाइटेड ब्रुअरीस कोलकाता में ईस्ट बंगाल (East Bengal) और मोहन बागान (Mohun Bagan) फुटबॉल क्लब के प्रायोजक हैं।

 

हाल ही में क्वींस पार्क रेंजर्स FC (Queens Park Rangers FC) को बरनी एक्लेस्टोन (Bernie Ecclestone), फ्लावियो ब्रिअतोरे (Flavio Briatore) और लक्ष्मी मित्तल के रूप में खरीद कर नई क्रांति की है

क्रिकेट

माल्या के स्वमित्वा में रॉयल चेलेंजर्स बंगलौर टीम में भारतीय प्रीमियर लीग है।

उन्होंने इस टीम को नीलामी द्वारा १११.६ मिलियन अमरीकी डालर के भुगतान पर ख़रीदा. रोयल चैलेंजर बंगाल टीम में राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले, जेक्स कालिस, शिवनारायन चंद्रपौल (Shivnarine Chanderpaul), मार्क बाउचर, सुनील जोशी और डेल स्टेन हैं।

उनकी टीम के IPL में खराब प्रदर्शन के बाद शराब व्यापारी ने कहा कि वे कुछ खिलाड़ियों को ध्यान में रखते थे, लेकिन राहुल द्रविड़ और चारु शर्मा को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया और उन्हें आगे के साथ अपने ही खिलाड़ियों का चयन करने के लिए योजना

घुड़दौड़

माल्या युनाइटेड रेसिंग और ब्लड़स्तोक ब्रीडर्स (URBB) के मालिक भी हैं, जिसकी रुचि घुड़ दौड़ में है। URBB कर्नाटक सरकार के अंतर्गत, कुनिगल स्टड फार्म (Kunigal stud farm) के मालिक है।

राजनीतिक जीवन

माल्या राजनीती में २००० में आए और सुब्रह्मण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) को जनता पार्टी, मूल जनता दल का एक अलग गुट, के अध्यक्ष से हटाकर ख़ुद बने. उनकी पार्टी ने कर्नाटक राज्य विधायी चुनाव में करीब सारे २२४ सीटों पर चुनाव लड़े. उन्होंने मीडिया के माध्यम से सख्ती से अभियान चलाया लेकिन उनकी पार्टी प्रभाव बनाने में विफल रही और एक भी सीट पर जीत हाशिल नही कर सकी .पार्टी के चुनावों में विफलता के बाद, इसे बड़े पैमाने पर मीडिया द्वारा नजरअंदाज कर दिया गया है

उपलब्धियाँ

  • माल्या अस्पताल की बंगलूर में स्थापना . अस्पताल, उनके पिता पर नामित, विट्ठल माल्या सड़क पर स्थित है।
  • बंगलौर के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल (Mallya Aditi International School), की आर्थिक मदद की.
  • एक नीलामी में टीपू सुलतान की तलवार का २००४ में लन्दन में सफलतापूर्वक बोली लगाया और इसे भारत वापस लाया
  • बंगलूर के दिल में स्थित यूबी शहर (UB city), में पुरष्कृत अचल संपत्ति के विकास को प्रारम्भ किया। यह परियोजना कार्पोरेट कार्यालय, खुदरा और सेवा अपार्टमेट्स की मेजबानी करता है
  • जब मार्च २००९ में से सम्बन्धित वस्तुओं को माडिसन एवेन्यू में ५९५ नम्बर में अमेरिका के जेम्स ओटिस ने बापू के सामानों की नीलामी की तो विजय माल्या ने इसे भारत की प्रतिष्ठा से जोड़ते हुए बापू की सभी उपलब्ध वस्तुओं को ११ करोड़ में खरीदा। इसके पहले भी वो टीपू सुलतान की तलवार भारत ला चुके है।
Readers : 134 Publish Date : 2023-09-18 06:50:44