सुरेश प्रभु: आयु, जीवनी, करियर, राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन

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सुरेश प्रभु

नाम :सुरेश प्रभाकर प्रभु
जन्म तिथि :11 July 1953
(Age 71 Yr. )

व्यक्तिगत जीवन

शिक्षा बीएससी ऑनर्स इन कॉमर्स; चार्टर्ड अकाउंटेंट
धर्म/संप्रदाय सनातन
राष्ट्रीयता भारतीय
व्यवसाय राजनीतिज्ञ
स्थान मुंबई, महाराष्ट्र, भारत,

शारीरिक संरचना

ऊंचाई 5 फीट 7 इंच
वज़न 65 किग्रा (लगभग)
आँखों का रंग गहरा भूरा
बालों का रंग भूरा

पारिवारिक विवरण

अभिभावक

पिता- प्रभाकर प्रभु
माता- सुमति देवी

वैवाहिक स्थिति विवाहित
जीवनसाथी

उमा प्रभु

बच्चे/शिशु

पुत्र- अमेय प्रभु

सुरेश प्रभाकर प्रभु एक भारतीय राजनेता हैं और वर्तमान में ऋषिहुड विश्वविद्यालय के कुलाधिपति हैं। उन्होंने 1996 से 2009 तक लोकसभा में राजापुर का प्रतिनिधित्व करते हुए सांसद (संसद सदस्य) के रूप में कार्य किया। इसके बाद, वे 2014 से 2022 तक राज्यसभा के सदस्य रहे, जहाँ उन्होंने आंध्र प्रदेश और हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया। सुरेश प्रभु एकमात्र भारतीय हैं जिन्हें ब्लूमबर्ग न्यू इकॉनॉमी एडवाइजरी बोर्ड में नियुक्त किया गया है।

शिक्षा और करियर

सुरेश प्रभु पेशे से एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) हैं। उन्होंने 1977 में सीए की परीक्षा उत्तीर्ण की, जिसमें उन्हें देशभर में नौवां स्थान प्राप्त हुआ। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई के दादर स्थित शारदाश्रम विद्यामंदिर से पूरी की। इसके बाद प्रभु ने मुंबई के विले पार्ले स्थित एम. एल. दहानुकर कॉलेज से वाणिज्य (कॉमर्स) में ऑनर्स के साथ स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने मुंबई के न्यू लॉ कॉलेज (रूपारेल कॉलेज परिसर) से विधि (लॉ) में स्नातक की डिग्री भी प्राप्त की।

राजनीतिक करियर

प्रभु ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार (1998–2004) में विभिन्न मंत्रिपदों पर कार्य किया, जिनमें शामिल हैं — उद्योग मंत्री (1996), पर्यावरण और वन मंत्री (1998–99), उर्वरक और रसायन मंत्री (1999–2000), विद्युत मंत्री (2000–02), तथा नदियों के आपसी जोड़ की परियोजना हेतु गठित टास्क फोर्स के अध्यक्ष (2002–04)। इसके बाद उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार में रेल मंत्री (2014–17), वाणिज्य और उद्योग मंत्री (2017–19), तथा नागरिक उड्डयन मंत्री (2018–19) के रूप में सेवा दी।

पुरस्कार

18 अगस्त 2016 को सुरेश प्रभु को गौड़ सारस्वत ब्राह्मण समाज द्वारा महारथ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 2014 से 2017 के बीच किए गए विभिन्न मीडिया सर्वेक्षणों में उन्हें लगातार भारत के शीर्ष पाँच प्रदर्शनकारी मंत्रियों में स्थान प्राप्त हुआ। वर्ष 2024 में उन्हें इकोनॉमिक पॉलिसी ग्रुप (EPG) द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।

सामाजिक कार्य और रुचियाँ

मानव साधन विकास संस्थान (Manav Sadhan Vikas Sansthan) नामक एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) के संस्थापक और ट्रस्टी।

विवाद

सुरेश प्रभु का नाम कई विवादों से जुड़ा रहा है, जिनमें शामिल हैं:

  • आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाला
  • वेस्टर्न इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज द्वारा जारी किए गए बाउंस चेक, जहाँ वे चेयरमैन के पद पर कार्यरत थे
  • उनके अध्यक्षता काल के दौरान सारस्वत बैंक से जुड़ा "मोची घोटाला"
  • गोवा में एक बैंकिंग धोखाधड़ी मामला (जो बाद में तकनीकी कारणों से खारिज कर दिया गया)

सामान्य प्रश्न

प्रश्न: सुरेश प्रभु कौन हैं?
उत्तर: सुरेश प्रभु एक वरिष्ठ भारतीय राजनेता हैं, जो वर्तमान में ऋषिहुड विश्वविद्यालय के कुलाधिपति के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा दोनों में प्रतिनिधित्व किया है और केंद्र सरकार में कई अहम मंत्रालयों का कार्यभार संभाला है।

प्रश्न: सुरेश प्रभु की शिक्षा पृष्ठभूमि क्या है?
उत्तर: सुरेश प्रभु एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उन्होंने 1977 में सीए परीक्षा में पूरे देश में नौवां स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने मुंबई से वाणिज्य और विधि में स्नातक की डिग्रियाँ प्राप्त की हैं।

प्रश्न: सुरेश प्रभु को कौन-कौन से मंत्रालयों की जिम्मेदारी मिली थी?
उत्तर: उन्होंने रेल मंत्रालय, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, विद्युत मंत्रालय, पर्यावरण मंत्रालय, उर्वरक और रसायन मंत्रालय सहित कई अहम मंत्रालयों का कार्यभार संभाला है।

प्रश्न: सुरेश प्रभु को कौन-कौन से पुरस्कार मिले हैं?
उत्तर: उन्हें 2016 में गौड़ सारस्वत ब्राह्मण समाज का महारथ पुरस्कार मिला और 2024 में इकोनॉमिक पॉलिसी ग्रुप (EPG) द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।

प्रश्न: क्या सुरेश प्रभु किसी सामाजिक संगठन से जुड़े हैं?
उत्तर: हाँ, वे मानव साधन विकास संस्थान (Manav Sadhan Vikas Sansthan) नामक एक गैर-सरकारी संगठन के संस्थापक और ट्रस्टी हैं, जो सामाजिक विकास से संबंधित कार्य करता है।

Readers : 9 Publish Date : 2025-04-14 01:20:16