रामचंद्र प्रसाद सिंह : आयु, जीवनी, करियर, राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन

रामचंद्र प्रसाद सिंह
(Age 66 Yr. )
व्यक्तिगत जीवन
शिक्षा | एम.ए. |
जाति | कुर्मी |
धर्म/संप्रदाय | सनातन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ एवं पूर्व भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी |
स्थान | मुस्तफापुर, नालन्दा, बिहार, भारत, |
शारीरिक संरचना
ऊंचाई | 5 फीट 6 इंच |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | स्लेटी |
पारिवारिक विवरण
अभिभावक | पिता- सुखदेव नारायण सिंह |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
जीवनसाथी | गिरिजा सिंह |
बच्चे/शिशु | बेटी- लिपि सिंह (आईपीएस अधिकारी), लता सिंह (वकील) |
रामचंद्र प्रसाद सिंह एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं और जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। वे 2010 से 2022 तक बिहार से राज्यसभा के सांसद भी रहे। राजनीति में आने से पहले वे उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी थे। वे नीतीश कुमार के प्रधान सचिव भी रह चुके हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के दौरान वे दूसरी मोदी सरकार में इस्पात मंत्री बने।
व्यक्तिगत जीवन
सिंह का जन्म बिहार के नालंदा जिले के मुस्तफापुर गांव में सुखदेव नारायण सिंह और दुखलालो देवी के यहां हुआ था। उन्होंने 21 मई 1982 को गिरीजा सिंह से विवाह किया, जिनसे उन्हें दो बेटियां हैं। उनकी बड़ी बेटी लिपि सिंह 2016 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं, जबकि छोटी बेटी लता एक वकील हैं। वे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंधित हैं।
शिक्षा
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव में पूरी की और बारहवीं कक्षा पटना साइंस कॉलेज से उत्तीर्ण की। उन्होंने 1979 में पटना कॉलेज से इतिहास में स्नातक (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की और 1982 में नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज़ से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की।
करियर
उन्होंने सबसे पहले भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में चयनित होकर प्रशिक्षण पूरा किया। वर्ष 1984 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में चयन होने के बाद उन्होंने आईआरएस से इस्तीफा दे दिया और उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर आवंटित किया गया। एक आईएएस अधिकारी के रूप में उन्होंने राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों में विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन किया।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कार्य करते समय उनकी मुलाकात नीतीश कुमार से हुई और वे सात वर्षों तक उनके निजी सचिव के रूप में कार्यरत रहे। 2005 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद, सिंह ने उनके प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया। वर्ष 2010 में उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में कदम रखा और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल हो गए।
31 अक्टूबर 2024 को सिंह ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी आप सबकी आवाज़ के गठन की घोषणा की। यह पार्टी दीपावली और सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर बनाई गई, जिन्हें बिहार के कुर्मी समुदाय में एक प्रेरणा-पुरुष के रूप में देखा जाता है। इस अवसर पर सिंह ने यह भी घोषणा की कि वे 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेंगे।
राजनीति
- जून 2010 में वे राज्यसभा के सदस्य चुने गए।
- रेलवे, कार्मिक, जन शिकायत और पेंशन (DOPT), और गृह मंत्रालय की स्थायी समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया।
- विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में भी कार्य किया।
- 2010 में उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल होकर महासचिव का पद ग्रहण किया।
- बाद में उन्हें जनता दल (यूनाइटेड) के महासचिव (संगठन) के रूप में पदोन्नत किया गया।
- 27 दिसंबर 2020 से 31 जुलाई 2021 तक वे जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।
- 7 जुलाई 2021 को वे भारत सरकार में इस्पात मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की।
सामान्य प्रश्न
प्रश्न: राम चंद्र प्रसाद सिंह का जन्म कहां हुआ था?
उत्तर: राम चंद्र प्रसाद सिंह का जन्म बिहार के नालंदा जिले के मुस्तफापुर गांव में हुआ था।
प्रश्न: राम चंद्र प्रसाद सिंह ने अपनी शिक्षा कहां से प्राप्त की थी?
उत्तर: उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव से प्राप्त की और 1979 में पटना कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद, 1982 में उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की।
प्रश्न: राम चंद्र प्रसाद सिंह ने राजनीति में कब कदम रखा?
उत्तर: उन्होंने 2010 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली और नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा।
प्रश्न: राम चंद्र प्रसाद सिंह कब राज्यसभा के सदस्य बने थे?
उत्तर: राम चंद्र प्रसाद सिंह जून 2010 में राज्यसभा के सदस्य चुने गए थे।
प्रश्न: राम चंद्र प्रसाद सिंह ने किस मंत्री के रूप में शपथ ली थी?
उत्तर: उन्होंने 7 जुलाई 2021 को भारत सरकार में इस्पात मंत्री के रूप में शपथ ली थी।