सत्यपाल मलिक : आयु, जीवनी, करियर, राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन

सत्यपाल मलिक
(Age 78 Yr. )
व्यक्तिगत जीवन
शिक्षा | एलएलबी, बीएससी, संसदीय मामलों में डिप्लोमा |
धर्म/संप्रदाय | सनातन |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ |
स्थान | हिसावाड़ा, संयुक्त प्रांत, ब्रिटिश भारत, |
शारीरिक संरचना
ऊंचाई | 5 फीट 7 इंच |
वज़न | 95 किग्रा (लगभग) |
आँखों का रंग | हल्का भूरा |
बालों का रंग | ग्रे |
पारिवारिक विवरण
अभिभावक | पिता: बुध सिंह |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
जीवनसाथी | इकबाल मलिक (कृषक) |
सत्यपाल मलिक एक अनुभवी भारतीय राजनेता हैं। वे जम्मू-कश्मीर के दसवें और अंतिम राज्यपाल (अगस्त 2018 – अक्टूबर 2019) रहे, और उनके कार्यकाल के दौरान 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किया गया। इसके बाद वे गोवा के 18वें राज्यपाल बने और फिर मेघालय के 21वें राज्यपाल के रूप में अक्टूबर 2022 तक अपनी सेवाएँ दीं।
उनका राजनीतिक करियर 1974-77 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य के रूप में शुरू हुआ। वे 1980-86 और 1986-89 तक राज्यसभा सांसद रहे। 1989-91 में अलीगढ़ से 9वीं लोकसभा के सांसद बने और जनता दल का प्रतिनिधित्व किया।
सत्यपाल मलिक अक्टूबर 2017 से अगस्त 2018 तक बिहार के राज्यपाल भी रहे। 21 मार्च 2018 को उन्हें ओडिशा के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया, जो 28 मई 2018 तक रहा। इसके बाद, अगस्त 2018 में उन्हें जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल नियुक्त किया गया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
सत्यपाल मलिक का जन्म उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के हिसावड़ा गाँव में एक जाट परिवार में हुआ था। उन्होंने मेरठ कॉलेज से बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc.) और एलएलबी (LLB) की डिग्री प्राप्त की।
उनका राजनीतिक सफर 1968-69 में शुरू हुआ, जब वे मेरठ कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। इसके बाद, उन्होंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा और विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
राजनीतिक करियर
प्रारंभिक राज्य राजनीति
सत्यपाल मलिक ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत बागपत विधानसभा सीट से की। उन्होंने चौधरी चरण सिंह की भारतीय क्रांति दल से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। उन्हें 42.4% वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के आचार्य दीपंकर को 31.6% वोट मिले।
बाद में, भारतीय लोक दल के गठन के बाद वे इसमें शामिल हो गए और लोक दल के महासचिव बने।
राष्ट्रीय राजनीति
- 1980-89 – उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य
- 1989-91 – अलीगढ़ लोकसभा सीट से जनता दल के सांसद
- 1996 – समाजवादी पार्टी (SP) के टिकट पर अलीगढ़ से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन 40,789 वोट के साथ चौथे स्थान पर रहे।
- 2012 – भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त हुए।
राज्यपाल के रूप में कार्यकाल
- 30 सितंबर 2017 – 21 अगस्त 2018 : बिहार के राज्यपाल
- 21 मार्च 2018 – 28 अगस्त 2018 : ओडिशा के राज्यपाल (अतिरिक्त कार्यभार)
- 23 अगस्त 2018 – 30 अक्टूबर 2019 : जम्मू-कश्मीर के अंतिम राज्यपाल (इन्हीं के कार्यकाल में 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाया गया)
- 3 नवंबर 2019 – 18 अगस्त 2020 : गोवा के राज्यपाल
- 18 अगस्त 2020 – 3 अक्टूबर 2022 : मेघालय के राज्यपाल
राजनीतिक विचार
किसान आंदोलन का समर्थन
8 नवंबर 2021 को ग्लोबल जाट समिट में, सत्यपाल मलिक ने 2020-21 के भारतीय किसान आंदोलन पर बोलते हुए केंद्र सरकार को चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा:
"आप सिखों को हरा नहीं पाएंगे। गुरु के चारों बेटे शहीद कर दिए गए, लेकिन गुरु ने आत्मसमर्पण नहीं किया। जाटों को भी हराना आसान नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा:
"इंदिरा गांधी जानती थीं कि उन्हें मारा जाएगा और ऐसा ही हुआ। जनरल वैद्य को पुणे में मारा गया, माइकल ओ’ड्वायर को लंदन में मारा गया। मैंने कहा था कि सिख समुदाय की सहनशीलता की परीक्षा न लें।"
उनके इस बयान का एक हिस्सा मशहूर पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला के विवादित गीत SYL में भी इस्तेमाल किया गया था।
पुलवामा हमले और नरेंद्र मोदी पर विचार
14 अप्रैल 2023 को सत्यपाल मलिक ने पत्रकार करण थापर को दिए एक साक्षात्कार में 2019 के पुलवामा हमले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने विचार साझा किए।
- उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ नहीं हैं और उनके करीबी लोगों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
- पुलवामा हमले को लेकर उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने उन्हें इस मुद्दे पर चुप रहने का निर्देश दिया ताकि पूरा दोष पाकिस्तान पर डाला जा सके।
- उन्होंने बताया कि CRPF के जवानों ने हवाई यात्रा के लिए अनुरोध किया था क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में जवान आमतौर पर सड़क मार्ग से यात्रा नहीं करते। लेकिन गृह मंत्रालय ने यह अनुरोध अस्वीकार कर दिया।
- उन्होंने यह भी कहा कि पुलवामा हमले में खुफिया एजेंसियों की बड़ी विफलता थी, क्योंकि 300 किलोग्राम RDX से भरी कार पाकिस्तान से आई थी और 10-15 दिनों तक जम्मू-कश्मीर में घूमती रही, लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी।
सामान्य प्रश्न
प्रश्न: सत्यपाल मलिक कौन हैं?
उत्तर: सत्यपाल मलिक एक भारतीय राजनेता हैं, जो उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय के राज्यपाल रह चुके हैं। वे पूर्व सांसद भी रहे हैं।
प्रश्न: सत्यपाल मलिक का राजनीतिक करियर कैसे शुरू हुआ?
उत्तर: उनका सफर 1968-69 में मेरठ कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष के रूप में शुरू हुआ। बाद में, वे बागपत से विधायक बने और लोक दल के महासचिव रहे।
प्रश्न: किसान आंदोलन पर उनका क्या रुख था?
उत्तर: 2021 में, उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि सिखों और जाटों को हराना आसान नहीं। उनका बयान सिद्धू मूसे वाला के गीत SYL में भी इस्तेमाल हुआ।
प्रश्न: पुलवामा हमले पर उन्होंने क्या कहा?
उत्तर: उन्होंने दावा किया कि CRPF को एयरलिफ्ट की अनुमति नहीं दी गई थी और मोदी सरकार ने उन्हें मामले पर चुप रहने को कहा ताकि दोष पाकिस्तान पर डाला जा सके।
प्रश्न: सत्यपाल मलिक किन राज्यों के राज्यपाल रह चुके हैं?
उत्तर:
- बिहार (2017-2018)
- ओडिशा (अतिरिक्त प्रभार) (2018)
- जम्मू-कश्मीर (2018-2019)
- गोवा (2019-2020)
- मेघालय (2020-2022)